महिलाओं ने रैली निकाल लोगों को पढ़ाया सड़क सुरक्षा का पाठ
स्कूटी रैली में जिला अधिकारी व एसपी सहित सैकड़ों लोगों ने लिया भाग
सड़क सुरक्षा मास के अंतर्गत लोगों में सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से आज महिला द्वारा स्कूटी रैली निकाली गई रैली में जिलाधिकारी डॉ चंद्र भूषण व पुलिस अध्यक्ष शुभम पटेल सहित 200 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया रैली में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों ने हेलमेट पहनकर यात्रा यातायात नियम का पालन करने का लोगों में संदेश दिया स्कूटी रैली रानी लक्ष्मीबाई तिराहा से प्रारंभ होकर स्टेडियम, पुलिस लाइन, कलेक्टर, बस स्टॉप, महिला थाना, कालपी तिराहा व ईदगाह होते हुए सिटी फादर्स तक जाकर वापस जिला स्टेडियम में संपन्न हुआ रैली की अनुवाई जिला अधिकारी डॉक्टर चंद्र भूषण व पुलिस अधीक्षक शुभम पाटील ने दो पहिया वाहन स्वयं चलाया, रैली में महिलाये बैनर लिए सड़क सुरक्षा के नियम का पालन करते हुए नारे लगाती लोगों को प्रेरित व जागरूक करते चल रही थी
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने लोगों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाया जा सके बाइक चलाते समय हेलमेट व चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात ना करें नशे की हालत में बान ना चलाएं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि 5 जनवरी से 4 फ़रवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत यात्रा नियमों का पालन करने को लेकर लोगों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है उन्होंने शिक्षकों से कहा कि अपने अपने स्कूल में प्रार्थना सभा में बच्चों को जागृत करें कि वह अपने अभिभावक व आसपास के लोगों को सड़क सुरक्षा हेतु जागरूक करें एआरटीओ प्रवर्तन अमित राय ने कहा कि जागरूकता के साथ-साथ यातायात नियमों का पालन भी अवश्य है
उन्होंने बताया कि जागरूकता अभियान निरंतर चलता रहेगा ताकि पूर्व की उपेक्षा आगे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके एवं सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को कम किया जा सके | और उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन सभी को करना चाहिए ताकि वह खुद के साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखें जागरूकता रैली में एडीएम नायक डॉक्टर नगेंद्र नाथ यादव अप्पर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार वीडियो विकास , डीआरडीओ राजेंद्र प्रकाश, कुछेछा डिग्री कॉलेज की प्राचर्या डॉ वंदना व अन्य शिक्षकों सहित विभिन्न विभाग की महिला कर्मचारियों सहित 200 से अधिक की संख्या में महिला शामिल थी।