उत्तराखंड में बारिश का कहर ,रुद्रप्रयाग में बाढ़ और भूस्खलन से 3 लोगों की मौत 16 लापता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौरी कुंड हादसे की जानकारी ली और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए । रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह राजकुमार कि गुरुवार को मध्यरात्रि के बाद तेज बारिश के दौरान गौरीकुंड से कुछ मीटर दूर डॉट पुलिसिया में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण मलबे के साथ तीन दुकानें बह गई जिसमें उस में रह रहे तीन लोगों की मौत हो गई है।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा रूट पर गौरीकुंड के पास भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 11 अन्य लोग लापता हो गए हैं इस हादसे में करीब आधा दर्जन दुकानें नष्ट हो गई है। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम पर प्रभारी इंस्पेक्टर करण सिंह के मुताबिक सर्च के दौरान तीन शव मिले जिसमें से दो बरामद कर लिए गए हैं । रुद्रप्रयाग के अधिकारियों की देखरेख में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ,स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन दस्ते की टीमें तलाशी अभियान में जुट गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर गौरीकुंड हादसे की जानकारी ली और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए | रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने न्यूज़ एजेंसी को बताया कि बुधवार को मध्यरात्रि के बाद तेज बारिश के दौरान गौरीकुंड से कुछ मीटर दूर डॉट पुलिया में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण मलबे के साथ तीन दुकानें बह गई जिससे उस में रह रहे तीन लोगों की मौत हो चुकी है
रजवार के मुताबिक हादसे में बही दो दुकान और एक खोके को कुल 19 लोग रह रहे थे जिसमें से 16 लापता हैं और उनकी तलाश जारी है । उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर रात में ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया और 3 लोगों के शव घटनास्थल से करीब 50 मीटर नीचे बह रहे मंदाकिनी नदी से बरामद किए गए। रजवार के अनुसार एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस एवं एजेंसी नदी में और उनके किनारे युद्ध स्तर पर तलाशी अभियान चला रही है।
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारी विमल रावत ने बताया कि भारी बारिश के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के आसपास पहाड़ से अभी भी रुक रुक कर पत्थर गिर रहे हैं इसी बीच मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर गौरीकुंड हादसे के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली और वहां राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए ।उन्होंने अधिकारियों से गौरीकुंड सेट में जल्द से जल्द हर संभव मदद पहुंचाने के लिए कहा गया।
सीएम ने लिया जायजा
मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश भर में भारी बारिश से उत्पन्न हुए हालात का जायजा भी लिया और प्रमुख नदी के जलस्तर के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की समस्या आ रही है। उन सभी स्थानों को खाली किया जाए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री ने भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील इलाकों के आसपास बनी इमारतों एवं कच्चे मकान में रह रहे लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
धामी ने कहा कि गौरीकुंड में हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है और लापता लोगों को ढूंढने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है । और उन्होंने कहा कि हादसे में मृतक एवं लापता लोगों के परिजनों से भी संपर्क किया जा रहा है। इसी दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव राधा रतूड़ी आपदा प्रबंधन सचिव रजत सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
मूसलाधार बारिश जारी
उत्तराखंड के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश का दौर जारी है। सबसे अधिक बारिश बागेश्वर जिले में दर्ज की गई। जहां लिटी में 131 मिलीमीटर, बागेश्वर में 77 मिलीमीटर, और कारपोर्ट में 70 मिलीमीटर और रगोली में 67 मिलीमीटर पानी बरसा, वही हरिद्वार के लक्सर में 90 मिलीमीटर, नैनीताल के हल्द्वानी में 80 मिलीमीटर देहरादून के विकास नगर में 54 मिलीमीटर और ऋषिकेश में 50 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की गई है।