इस आटे से होगी शुगर कंट्रोल, जाने कैसे करें सेवन
कई अनाज को मिक्स कर देने के बाद जो आटा बनता है उसे मल्टीग्रेन आटा कहां जाता है | मल्टीग्रेन आटे में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें फाइबर की मात्रा सबसे ज्यादा होती है जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण है। इससे मोटापा भी कम होता है । यह हर मामले में गेहूं के आटे के मुताबिक बेहतर माना जाता है।
आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को अपने खानपान पर ध्यान ही नहीं दे पा रहे हैं। खराब लाइफस्टाइल के चलते कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें से एक बीमारी है डायबिटीज। जो कि शरीर में अपना घर बना लेती है इस बीमारी को जड़ से खत्म करना मुश्किल है लेकिन आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं। अगर इसे कंट्रोल नहीं करते तो बीमारी का असर आपकी बॉडी में बना रहता है।
डायबिटीज बढ़ने पर दिल की बीमारी और आंखों की रोशनी को भी नुकसान पहुंच सकता है | ऐसे में आप इस मल्टीग्रेन आटा के जरिए डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
जब शरीर में पैक्रियाज कम काम करने लगता है यानी इसमें इंसुलिन कम बनने लगता है तो यह शरीर में शुगर का संश्लेषण कम होने लगता है इसका नतीजा यह होता है कि शुगर खून में लग जाता है जिससे डायबिटीज की बीमारी हो जाती है।
कैसे बनाता है मल्टीग्रेन आटा ?
मल्टीग्रेन आटा जैसे कि नाम से ही पता चलता है यह कई अनाजों का बना होता है। एक अनाज के साथ दूसरे अनाज को मिक्स करने को मल्टीग्रेन आटा कहा जाता है । मल्टीग्रेन आटा या कॉन्बीनेशन फ्लोर कहा जाता है | इसमें ज्वार ,बाजरा साबुत अनाज ,रागी ,सोया और मक्का चने मिलाए जाते हैं | इस आटे में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इस आटे में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। गेहूं का आटा स्वाद में अच्छा होता है इसलिए लोग इसका सेवन ज्यादा करते हैं। बल्कि इसमें पोषक तत्व कम पाए जाते हैं । मल्टीग्रेन आटे में गेहूं के मुताबिक काफी पोषक तत्व पाए जाते हैं ।
मल्टीग्रेन आटे के फायदे
ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है
सामान्य आटे की तुलना में मल्टीग्रेन आटे में डाइट्री फाइबर ज्यादा होता है | जो ब्लड में शुगर के रिलीज को ब्लॉक कर देता है। इसमें खून में शुगर का स्तर अचानक नहीं बढ़ता है । शुगर के मरीजों की सबसे बड़ी समस्या यही होती है इनके खून में शुगर का स्तर अचानक बढ़ जाता है।
वजन रहता है कंट्रोल
जब आप नाश्ते में मल्टीग्रेन आटे की रोटी खाते हैं तो ज्यादा फाइबर होने के कारण पूरा दिन आपको भूख नहीं लगेगी | ज्यादा प्रोटीन होने के कारण एनर्जी भी मिलती रहेगी इसलिए मल्टीग्रेन आटा वजन पर लगाम रखने में बहुत मदद करता है। मोटापे की शिकार लोगों को आटे की वजह केवल चना ज्वार बाजा जैसे कई अनाज से बनी रोटी का प्रयोग करनी चाहिए |