निर्वाचन आयोग ने प्रवासियों के लिए नई मतदान व्यवस्था का नया मॉडल तैयार किया है
जहां है, वहीं से दे सकेंगे वोट
वाले दिनों में प्रवासी मतदाता देश में जहां है वहीं से वोट डाल सकेंगे चुनाव आयोग ने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन का शुरुआती मॉडल तैयार किया है आयोग राजनीतिक दलों के साथ अगले महीने इसका विवरण साझा करेंगा
अवधारणा पत्र जारी किया- आयोग की ओर से गुरुवार को जारी बयान के अनुसार रिमोट वोटिंग पर एक अवधारणा पत्र जारी किया है इसे लागू करने में पेश होने वाले कामों प्रशासन तकनीकी तथा प्रौद्योगिकी संबंधी चुनौतियों पर राजनीतिक दलों के विचार मांगे गए हैं
इंटरनेट से नहीं जुड़ेगी- आयोग के अधिकारियों ने कहा है कि मौजूद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर आधारित आईबीएम को मजबूत,त्रुटिरहित और दक्ष तंत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इस मशीन को सर्वजनिक क्षेत्र के एक उपक्रम ने विकसित किया है
31 जनवरी तक सुझाव मांगे हैं- आयोग ने मशीन का मॉडल दिखाने के लिए 8 राष्ट्रीय और 57 राज्य दलों को आमंत्रित किया है इस दौरान तकनीकी विशेषज्ञों की समिति के सदस्य भी मौजूद रहेंगे इस बारे में 31 जनवरी 2023 तक सुझाव मांगे गए हैं आयोग के अनुसार कई बार प्रवासी विविध कारणों से अपने कार्यस्थल के आसपास खुद का पंजीकरण नहीं कर पाते इसमें बार-बार मकान बदलने के कारण पता बदलना जिस क्षेत्र में स्थाई रूप से रह रहे होते हैं वाक्य मुद्दों से सामाजिक और भावनात्मक जुड़ाव महसूस ना हो, गृह नगर में मतदाता सूची से अपना नाम ना हटाने की इच्छा आदि का कारण शामिल होते हैं
मतदान बढ़ाने की कब कवायद- आयोग के मुताबिक वर्ष 2019 के आम चुनावों में सृष्टि 7% मतदान हुआ था इस चुनाव में मतदान नहीं करने वाले 30 करोड़ मतदाता को लेकर आयोग सजग है इसे देखते हुए आयोग ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान करने के लिए सुविधाएं देने की दिशा मैं काम कर रहा है
कांग्रेस का एतराज- इस बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस पहल से चुनाव प्रणाली में विश्वास कम होगा आयोग को सभी दलों के साथ लेकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव प्रणाली में पूरी पारदर्शिता के साथ विश्वास बहाल हो |
यह पहल प्रवासियों के लिए बड़ा सामाजिक परिवर्तन ला सकती है प्रवासियों को मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अपने गृह जिले की यात्रा करने की जरूरत नहीं होगी यह व्यवस्था लागू होने पर उन्हें अपनी जड़ों से जुड़े रहने में मददगार साबित होगी
यह चुनौतियां भी
1. मतों की गिनती का काम और दूसरे राज्यों में निर्वाचन अधिकारियों तक पूरा डाटा भेजना
2. मतदान के लिए घरेलू प्रवासियों की परिभाषा तय करना
3. मतदान वाली जगह पर आदर्श आचार संहिता लागू करना
4. मतदान की गोपनीयता को बनाए रखना
5.मतदाता की पहचान के लिए पोलिंग एजेंट की सुविधा
बदलाव को इन ३ सवालों से समझे नई व्यवस्था कब से शुरू होग।
क्या कर बैठे मतदान कर सकेंगे?
वोटिंग मशीन का मतलब से मतदान करना बिल्कुल नहीं है रिमोट करने के लिए मतदान के लिए लोगों को चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित विशेष केंद्र पहुंचकर ही अपने अधिकार का इस्तेमाल करना होगा
इसे लागू करने से क्या कोई अड़चन है?
लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम निर्वाचन ओं का संचालन अधिनियम निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम में बदलाव पर आयोग विचार कर सकता है प्रवासी मतदाता और रिमोट अगर आप अभी पार्टी करोगे तो क्या वोटिंग की परिभाषा एवं दायरे को अंतिम रूप देने बाकी है
मतदान केंद्र पर क्या अलग इंतजाम होंगे?
आरबीएम वाटर निर्वाचन क्षेत्रों के लिए एक साथ मतदान करा सकती है इसलिए आज से विशेष केंद्र बनाकर वहां निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या के अनुसार 1 से अधिक मशीन लगानी पड़ सकती है