जनादेश से कहीं राज तो कहीं रिवाज कायम
गुजरात में भाजपा अपना 27 साल पूरा राज्य बचाने में सफल रही जबकि हिमाचल मैं कांग्रेस को बहुमत देकर जनता ने हर 5 साल में सत्ता बदलने का रिवाज कायम रखा इस चुनाव के संकेत यही तक सीमित नहीं है नेताओं में हर दल के लिए संदेश है कि अपनी भावी राजनीति का असर डालेगा |
भाजपा की सीटें और मतदान दोनों बड़े गुजरात में भाजपा की रिकॉर्ड जीत साफ संकेत है कि प्रधानमंत्री का जादू बरकरार है 27 साल के लंबे शासन के बावजूद कमांड भाजपा के हाथ में है लेकिन सवाल यह है कि यह जादू गुजरात में है तो हिमाचल में क्यों नहीं दोनों नतीजों से संदेश साफ है कि प्रधानमंत्री का करिश्मा तो हर जगह चल रहा है लेकिन इसे सफल बनाने को राजी के टीम में भी इकट्ठा चाहिए ऐसा एकता गुजरात में दिखी लेकिन हिमाचल में नहीं |
गुजरात में आम आदमी पार्टी की दस्तक इन चुनावों की खास घटना है पार्टी ने राज्य में जोरदार चुनावी अभियान शुरू किया और 13 फ़ीसदी मत प्रतिशत भी हासिल किया लेकिन मतों के सीट में बदलने की दर कम रहे दूसरे नंबर की लड़ाई में वह सफल नहीं हो सकी कारण साफ यह है कि मुफ्त बिजली पानी जैसी जिन मुद्दों को उसने दिल्ली में रख आगे बढ़ाया वह गुजरात में नहीं चले भाजपा के गण में भविष्य में चुनाव लड़ने के लिए आपको नहीं रणनीति बनानी पड़ेगी |
कांग्रेस ने 4 साल बाद जीत का स्वाद चखा
कांग्रेस ने 2018 के बाद किसी राज्य का चुनाव जीता हिमाचल की जीत उसके लिए उम्मीद जगाने वाली होगी राज्य में कांग्रेस ने जनता के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया पूर्व मंत्री वीरभद्र सिंह के चेहरे का भी लाभ मिला कांग्रेस के लिए संदेश है कि भाजपा अजय नहीं है उद्योग गुजरात में उसका खराब प्रदर्शन स्पष्ट बनता है कि भाजपा के सामने उसकी चुनावी तैयारी खास नहीं है नेतृत्व चारों रणनीति और संसाधनों की कमी साफ दिखती है