सेहत के लिए कभी कभी शराब पीना भी जानलेवा साबित हो सकता है, एक रिपोर्ट के मुताबिक हुआ खुलासा
आमतौर पर आपने सुना होगा कि थोड़ा बहुत शराब पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। अगर आपने ऐसा सुना है तो आप हमेशा के लिए भूल जाइए। हालांकि एक रिसर्च के माध्यम से यह पुष्टि हुई है कि कभी-कभी शराब पीना भी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह आपकी जान भी ले सकता है।
कुछ लोगों के लिए कोई भी पार्टी या सेलिब्रेशन बिना शराब के अधूरा होता है । लोग शराब पीने के लिए खास मौके की तलाश में जुटे रहते हैं । और कुछ लोग कहते हैं कि थोड़ी मात्रा में शराब पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है । लेकिन एक रिपोर्ट ने इस भ्रम को भी नष्ट कर दिया है | हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया कि थोड़ी मात्रा में शराब पीना भी जानलेवा साबित हो सकता है| जामा नेटवर्क ओपन में छपी स्टडी में 100 से अधिक लोगों पर रिसर्च हुआ था। जिसमें कहा गया हैं कि कभी कभी शराब पीना भी रोज पीने जितना ही खतरनाक हो सकता है। यह सेहत को उतना ही नुकसान पहुंचाता है जितना कि रोजाना शराब पीने से होता हैं।
दरअसल कहां जाता हैं कि कम शराब पीने वालों में मौत की संभावना उन लोगों से कम रहती है जो कि रोजाना पीते हैं। लेकिन इस रिसर्च में यह दावा किया है कि जो लोग हफ्ते में तीन बार या दो पैग शराब पीते हैं उनकी सेहत को भी उतना ही खतरा होता है।
इस रिसर्च में सामने आया हैं कि महिला के लिए एक औंस से कम और पुरुषों के लिए 1.5 औंस से कम शराब पीने से मौत का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। यानी समय से पहले मौत का जोखिम बढ़ जाता है। जामा नेटवर्क की इस रिसर्च में करीब 5000000 लोग शामिल हुए । रिसर्च में यह भी कहा गया कि 300 मिली लीटर बीयर, 140 मिली लीटर वाइन और 40 मिलीलीटर हार्ड लिकर रोजाना पीने वाले भी खतरे के शिकार हो जाते हैं । एक रिसर्च में पाया गया है कि जो कभी कभी शराब का सेवन करते हैं और जो लोग रोजाना शराब का सेवन करते हैं कुल मिलाकर दोनों एक ही पहलू की बात है दोनों ही सेहत के लिए बराबर मात्रा में हानिकारक है ।
शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है
शराब पीने से मुंह, नाक, गले ,पेट ,लीवर और ब्रेस्ट के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। दुनियाभर में कैंसर से होने वाली मौतों में 4 से 30 फ़ीसदी मौतें शराब के सेवन के कारण हो जाती है । इसके अलावा शराब पीने से डिप्रेशन, बेचैनी, पेनक्रियाटाइटिस, सुसाइडल टेंडेंसी और एक्सीडेंट जैसे मामले सामने आए हैं।