सिद्दू मूसे वाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड सचिन बिश्नोई को गिरफ्तार कर लाया गया भारत ,
अज़रबैजान में गिरफ्तार किया गया
मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसे वाला हत्याकांड के आरोपी और मास्टरमाइंड सचिन विश्नोई उफ सचिन थापन को भारत लाया गया है । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सचिन को अजरबैजान से मंगलवार को भारत लेकर आ गई । वह मूसे वाला की हत्या के कुछ दिन पहले ही फर्जी पासपोर्ट बना कर फरार हो गया था । सचिन गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भांजा है।
अजरबैजान में गिरफ्तार किया गया
मशहूर सिंगर सिद्दू मूसे वाला हत्याकांड के आरोपी और मास्टरमाइंड सचिन विश्नोई उफ सचिन को भारत लाया गया है । दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम उसे लेने के लिए अजरबैजान पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सचिन को अजरबैजान से भारत लेकर आ गई है। वह मूसे वाला की हत्या से कुछ दिन पहले ही फर्जी पासपोर्ट बना कर फरार हो गया था। सचिन गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भांजा है।
पुलिस के मुताबिक सचिन ने पिछले साल मई में हुई सिद्दू मूसे वाला हत्याकांड की प्लानिंग में अहम रोल निभाया था। सचिन पंजाबी गायक की हत्या के कथित साजिशकर्ता में से एक है । सिद्दू मूसे वाला के नाम से मशहूर सुभाष दीप सिंह सिद्धू की पंजाब के मानसा जिले में 29 मई 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गायक रैपर ने सो हाई, सेम बीफ, द लाइट, जस्ट लिसन और 295 जैसे गाने गाए थे इसकी जिम्मेदारी खुद सचिन ने ली थी।
लॉरेंस बिश्नोई ने सचिन का किया था जिक्र
जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई ने पूछताछ में बताया था कि सिद्धूमूसेवाला की हत्या उसने करवाई थी । सचिन के प्रत्यर्पण से अब मूसे वाला हत्याकांड में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है। लॉरेंस के कबूलनामें से पहले सचिन विश्नोई ने दावा किया था कि उसने ही मुसेवाले को मरवाया है। सचिन लगातार कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में रहता था।
सिद्धू मूसे वाले को बिल्कुल नजदीक से गोली मारी गई थी । जिसके बाद मानसा सिविल अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया था। जांच में लॉरेंस बिश्नोई को हत्या का मास्टरमाइंड बताया गया। हत्या के मामले में दायर चार्जशीट में उसके करीबी सहयोगी गोल्डी बराड़ का हत्या में नाम शामिल है। जिसके बारे में कहा जाता है कि वह कनाडा में रहता है।
विक्रम बराड़ भी गिरफ्तार
मुसेवाले की हत्या के अन्य आरोपी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़ को पिछले हफ्ते संयुक्त अरब अमीरात से निर्वासन के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था।
लॉरेंस बिश्नोई का एक प्रमुख सहयोगी विक्रम विराट कथित तौर पर भारत में हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली के मामले में शामिल था। वह हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के नाम से 11 मामलों में वांछित था और 2020 से फरार था।