आरबीआई ने लगाई इन बैंकों की सेफ्टी पर मुहर, फेल होने का कोई खतरा नहीं है यहां पर बिल्कुल सुरक्षित है आपका पैसा
अगर कभी कोई बड़ा बैंक डूब जाता है तो इससे पूरी अर्थव्यवस्था खराब हो जाती है साथ ही बाजार पर भी इसका काफी बुरा असर पड़ता है। हाल के वक्त में अमेरिका के 2 बड़े बैंक फेल होने के बाद कई सारे लोगों के मन में ऐसे सवाल उठने लगे कि अगर कभी भारत में कोई बैंक डूब जाए तो क्या होगा । लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत में बैंकों के फेल होने की काफी कम संभावना है।
हम अपने मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने के लिए इसे बैंक में जमा करवाते हैं। बैंक ही वह जगह है जहां हमारा पैसा सुरक्षित होता है। जिस वजह से किसी भी देश की इकोनॉमी के लिए बैंकिंग सिस्टम सबसे अहम सिस्टम में से एक होता है। अगर कभी कोई बड़ा बैंक डूब जाता है तो इससे पूरी अर्थव्यवस्था तक खराब हो जाती है। साथ ही बाजार पर भी इसका काफी बुरा असर पड़ता है। हाल के वक्त में अमेरिका के दो बैंकों के फेल हो जाने के बाद कई सारे लोगों के मन में ऐसे सवाल खड़े हो जाते हैं कि अगर भारत में भी कोई बैंक डूब जाता है तो क्या होगा। लेकिन आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि भारत में बैंकों के फेल होने की संभावना काफी कम है।
आरबीआई है बैंकों का संकट मोचन
भारत में बैंकिंग सिस्टम को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा कंट्रोल किया जाता है । भारत के बैंकिंग सिस्टम के तहत सरकारी ,प्राइवेट, स्मॉल फाइनेंस ,सहकारी और ग्रामीण बैंक जैसे कई बैंक काम करते हैं। ऐसे में अगर भारत में किसी बैंक के ऊपर खतरा आता है तो उसको उस खतरे से निकालने में आरबीआई मदद करता है। अब आरबीआई ने बैंकों का नाम उजागर किया है। जो कि कभी फेल नहीं हो सकते आइए जानते हैं कौन से है यह तीन बैंक।
यह बैंक कभी नहीं हो सकते फेल
आरबीआई के मुताबिक देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया प्राइवेट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक हैं।यह तीनों बैंक जो कभी नहीं डूब सकते हैं | इन तीनों ही बैंकों को बिग टू फेल भी कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि यह तीनों ही बैंक इतने ज्यादा बड़े हैं कि यह कभी फेल नहीं हो सकते है |
क्या है बिग टू फेल कॉन्सेप्ट
बिग टू फेल कॉन्सेप्ट का मतलब यह है कि डूबने से पहले सरकार इन बैंकों को बचा लेगी | अपने एक बयान में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा था कि एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक को साल 2021 की डी- एस आईबी लिस्ट के पैमाने के आधार पर इस लिस्ट में रखा गया है । आरबीआई ने साल 2015 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को इस लिस्ट में जगह दी थी । वहीं साल 2016 में आईसीआईसीआई बैंक इस लिस्ट में शामिल किया गया था । वही एचडीएफसी बैंक 2017 तक इकट्ठा किए गए डेटा के आधार पर इस लिस्ट में शामिल हुआ है।