केमिकल फैक्ट्री से जहरीली गैस के रिसाव से दहशत में है लोग, 25 मजदूर अस्पताल में है भर्ती
गुजरात के भरूच जिले में गुरुवार को एक केमिकल फैक्ट्री में जहरीली गैस रिसाव के बाद सांस लेने से 28 मजदूर बीमार पड़ गए हैं। जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि वेदच थाने के वेदाज गांव में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री के टैंक से ब्रोमीन गैस लीक होने के कारण कम से कम 28 मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि दोपहर करीब 1:00 बजे जब रिसाव होने की सूचना मिली तब फैक्ट्री में लगभग 2000 कर्मचारी मौजूद थे।
गुजरात के भरूच जिले में गुरुवार को एक केमिकल फैक्ट्री में जहरीली गैस रिसाव के बाद सांस लेने से 28 लोग बीमार पड़ गए हैं । जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है एक अधिकारी ने बताया कि वेदच थाने के वेदाज गांव में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री के टैंक से मोमिन गैस लीक होने के कारण कम से कम 28 मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है । पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोपहर 1:00 बजे केमिकल रिसाव होने की सूचना मिली तब फैक्ट्री में लगभग 2000 कर्मचारी मौजूद थे । फिलहाल सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि टैंक के पास मौजूद मजदूरों ने स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। रिसाव को नियंत्रित कर लिया गया है। जिसके बाद भरूच के कलेक्टर एनआर धधल ने कहा कि 28 लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी जिसके बाद उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया । घटना की आगे की जांच अभी जारी है। अधिक डिटेल्स उपलब्ध होने पर आगे की जानकारी दी जाएगी।
इससे पहले गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तेल और प्राकृतिक गैस निगम को 26 मई को भरूच जिले में अपनी एक पाइप लाइन से कच्चे तेल के रिसाव के लिए मुआवजे के रूप में 50,00,000 रुपए का भुगतान करने का निर्देश जारी किया था। इस घटना ने चिंता बढ़ा दी है जो कि आरोप है कि तेल रिसाव से दूषित पानी पीने से 25 ऊंट की मौत हो गई थी । इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक ओएनजीसी ने हालांकि ऊंटों की मौत और तेल रिसाव के बीच किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।
पाइप लाइन के प्रदूषण ने काछीपुरा गांव के पास एक कृषि क्षेत्र को प्रभावित किया । जिसे ऊंटों की मौत की रिपोर्ट के बाद गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जांच का आदेश दिया। भरूच में जीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारियों मार्गी पाटिल ने कहा हमने ओएनजीसी को राज्य अधिकारियों को पर्यावरण क्षति मुआवजे के रूप में ₹5000000 का भुगतान करने का निर्देश दिया है