कोविड-19 चमगादर से नहीं फैला कोरोना, रैकून डॉग (Raccoon Dogs) ने इंसानों में फैला दिया कोरोना
एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि कोविड-19 वायरस चीन के वुहान में रैकून डॉग से फैला था | कहने का मतलब यह है कि 3 साल से दुनिया जिस वायरस की वजह से तबाही का रूप देख रही है | उस वायरस को फैलाने का काम रैकून डॉग ने किया है | इन कुत्तों को चीन के वुहान मार्केट में अवैध रूप से बेचा जा रहा था।
पूरी दुनिया में कहर मचाने वाले कोरोना वायरस के फैलने को लेकर एक बार फिर एक चौकाने वाला दावा किया गया है कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई है अभी भी यह सवाल बना हुआ है ज्यादातर लोग मानते हैं कि गुरु नगरी पति का संबंध चमकादर से है जबकि कुछ लोग मानते हैं कि यह वायरस चीन के वुहान की लैब से लीक हुआ है हालांकि सामने आई एक रिसर्च का दावा है कि कोरोनावायरस चीन के वुहान में रैकून डॉग से फैला हुआ है कहने का मतलब है कि 3 सालों से दुनिया जिस वायरस की वजह से परेशान है उस वायरस को फैलाने का काम रैकून डॉग ने किया था।
रैकून डॉग्स (Raccoon Dogs) एक ही मादा से संबंध बनाते हैं यह ज्यादातर समय सोते रहते हैं यह तो और लोगों के बीच की प्रजाति है इसके फल और मांस बेटा जाता है इसकी ज्यादातर बिक्री चीन में ही होती है इसकी पहचान काले रंग के पेच वाली शक्ल होती है कोरोनावायरस के मामले में अब यह सुर्खियों में आ गया है।
स्टडी में दावा
कोरोना की शुरुआत का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक का मानना है कि रकून डॉग से भी वायरस फैला होगा स्टडी में कहा गया है कि संक्रमित जानवरों को को उस बाजार में बेचा गया था वहीं से कोरोनावायरस महामारी फैली होगी 1 जनवरी 2020 को हुनान सीफूड मार्केट बंद होने के 2 महीने बाद स्टॉल्स उसे किए गए नमूनों में करोना और इंसानी डीएनए दोनों मिला था पिछले साल चीनी रिसर्च ने कहा था कि सैंपल मैं किसी जानवर का डीएनए नहीं मिला है हालांकि अंतरराष्ट्रीय साइंटिस्ट की टीम ने इस बात को पलट दिया नहीं स्टडी में साफ हो गया है कि कोरोना पॉजिटिव सैंपल में रे गुंडों के देने थे | सिवेट जैसे जानवरों के भी देने पता चले हैं।
वुहान में रैकून डॉग्स
हालांकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि रकून डॉग से ही इंसान संक्रमित हुआ है चीन के वुहान बाजार में भी रेस्क्यू डॉग्स अवैध रूप से बेचे जाते हैं यह सर्दी के मौसम में छिप जाते हैं लंबे समय तक आराम करते हैं एक बार शिकार करने के बाद लंबी नींद लेते हैं यह आमतौर पर अकेले ही रहना पसंद करते हैं बहुत कम जोड़ों में रहते हैं रकून डॉग चीन कोरिया और जापान में पाए जाते हैं इसके शरीर के बाल घने और मुलायम होते हैं चेहरा सफेद और आंखों के आसपास कालापन होता है कंधे और नीचे की तरफ काली रेखा बनी होती है कान छोटे होते हैं देखने में बुरे लगते हैं लेकिन रंग थोड़ा बहुत बदल भी सकता है।
सांप और छिपकली खाते हैं रैकून डॉग्स
रकून डॉग छोटे जानवर चिड़िया और अंडे खाते हैं यह झील या नदी में मछली का भी शिकार कर लेते हैं यह भोजन की तलाश में पानी के अंदर भी चले जाते हैं उन लोग सांप और छिपकली भी खाते हैं यह पत्तियां फल आदि का भी सेवन करते हैं।