स्पेस सेगमेंट में भारत की तेज ग्रोथ, इसरो आगे भी जाएगा नए शिखर पर – पवन गोयनका चेयरमैन इन स्पेस
इन स्पेस के पवन गोयनका ने कहा कि इसरो आगे भी नए शिखर छुएगा। इन स्पेस में निजी सेक्टर का योगदान रहेगा इस सेगमेंट मे भारत तेजी से ग्रोथ कर रहा है । इसरो को निजी कंपनी पूरा सहयोग करेगी और उन्होंने कहा कि इसरो को chandrayaan-3 में कई कंपोनेंट निजी सेक्टर से सप्लाई किए है
चंद्रयान के रोवर प्रज्ञान ने लैंडर विक्रम से बाहर निकलने के बाद अपना काम शुरू कर दिया है । इसरो ने आज सुबह ट्वीट करके यह जानकारी दी है कि रोवर प्रज्ञान लैंडर से बाहर आ चुका है। चंद्रमा पर चहल कदमी भी की है। इसके बाद इन स्पेस के चेयरमैन पवन गोयनका ने लैडर से रोवर के निकलने की एक तस्वीर ट्वीट की है रोवर प्रज्ञान 14 दिन तक चंद्रमा से डाटा इकट्ठा कर कमांड सेंटर को भेजेगा। इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा है कि प्रज्ञान रोवर चंद्रमा पर मौजूद तत्वों और रसायनिक सरचना का पता लगाएगा | इसके अलावा रोवर की मदद से भविष्य में होने वाले अंतरिक्ष अभियानों के लिए कुछ प्रयोग भी किए जाएंगे। एस सोमनाथ ने कहा है कि साउथ पोल के नजदीक लैंडिंग खास मकसद से की गई है यहां ज्यादा वैज्ञानिक तथ्य हासिल किए जा सकते हैं।
भारत ने चंद्रमा पर इतिहास रच दिया है। chandrayaan-3 सफलता से साउथ पोल पर उतर गया है ऐसा करने वाला भारत पहला देश बन गया है। पूरी दुनिया में इसरो का डंका बज गया है। chandrayaan-3 के सफल अभियान पर हमारे सहयोगी चैनल सीएनबीसी आवाज से IN – SPACEs के चेयरमैन डॉक्टर पवन गोयनका ने खास बातचीत की है।
आप इस सक्सेस को कैसे देख रहे हैं
इसके जवाब में पवन गोयनका ने कहा है कि भारत के वैज्ञानिकों ने ऐतिहासिक काम किया है देश के वैज्ञानिकों ने chandrayaan-3 को काफी कम बजट में सफल बनाया है। इतने कम बजट में इस मिशन की सफलता का हम सभी को भरोसा था । सभी भारतीयों के लिए यह ऐतिहासिक क्षण था इस सफलता के समय रूम का माहौल बहुत ही उत्साहजनक था जिसे बयां नहीं किया जा सकता है।
पवन गोयनका ने कहा है कि स्पेस सेगमेंट मे भारत तेजी से ग्रोथ कर रहा है । इसरो आगे भी नए शिखर छुएगा। इस सेगमेट में निजी सेक्टर का योगदान रहेगा। इसरो को निजी कंपनियां पूरा सहयोग करेगी उन्होंने यह भी कहा कि इसरो को सभी तरह के कंपोनेंट सहयोग करेंगे । chandrayaan-3 में कई कंपोनेंट निजी सेक्टर से सप्लाई किए गए हैं।