भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा, ₹1710 करोड़ रुपए का पुल गिर कर स्वाहा
4 साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था। हैरानी की बात यह है कि पिछले साल भी इस पुल का एक हिस्सा ध्वस्त होकर गंगा नदी पर गिर गया। निर्माणधीन पुल के कुछ हिस्से को 30 अप्रैल 2022 को आंधी के कारण भी नुकसान हुआ था। इसके बावजूद प्रशासन ने इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करी। जिस समय गंगा नदी में पुल ढह गया उसी दौरान वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल में घटना को कैद कर लिया |
बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर अरबों रुपए की लागत से बन रहा पुल भरभरा कर गंगा में गिर गया | भागलपुर में 1710 करोड़ रुपए की लागत से गंगा नदी पर बन रहा अगुवानी- सुल्तानगंज ब्रिज रविवार को देखते ही देखते गंगा नदी में समा गया | यह दूसरी बार है जब पुल गिरा है अब तक इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं आई। लेकिन पुल गिरने से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे का खौफनाक वीडियो सामने आया है। खगड़िया को भागलपुर से जोड़ने वाले अगुवानी सुल्तानगंज गंगा ब्रिज देखते-देखते गंगा में समा गया |
4 साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था। हैरानी की बात तो यह है कि पिछले साल 30 अप्रैल 2022 को भी इस पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था। निर्माणाधीन पुल के कुछ हिस्से को अप्रैल में आंधी के कारण भी नुकसान हुआ था। इसके बावजूद प्रशासन ने इस मामले में किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं करी थी । जिस समय गंगा नदी में पुल ढह गया उसी दौरान वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल में इस घटना को कैद कर लिया।
1710 करोड़ की लागत से बन रहा पुल
एक जानकारी के अनुसार 206 मीटर लंबे पुल में दरारे आ गई थी । पिलर नंबर 2 और पिलर नंबर 3 पुल का अगला हिस्सा ढह गया। पुल का निर्माण हरियाणा की कंपनी एसपी सिंगला कर रही थी। इससे पहले अप्रैल 2022 में इस पुल के कम से कम 36 फ़ीसदी हिस्से रह गए थे। बताया जा रहा है कि यह पुल 1710 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया था |
वीडियो में दिखाई दे रहा है निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर गिरते हुए हालांकि अभी तक पुल गिरने की वजह साफ नजर नहीं आ रही। बताया जा रहा है कि पुल के 3 पाए के ऊपर बना स्ट्रक्चर भरभरा कर गंगा नदी में गिर गया। भागलपुर के सुल्तानगंज में बन रहा सेतु खगड़िया और भागलपुर को आपस में जोड़ेगा |
सीएम ने दिए जांच के आदेश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुल गिरने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने को कहा है। इस मामले में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जब इससे पहले भी पुल गिरने की घटना हुई थी तब भी हम आशंका थी हमें सभी सेगमेंट की जाँच करानी चाहिए | रिव्यू मीटिंग भी की गई। आईआईटी रुड़की ने 30 अप्रैल 2022 में पुल गिरने के कारण आंधी तूफान बताया। हमें इसके डिजाइन में पहले से ही फाल्ट लग रहा था | इसे पूरे तरीके से ध्वस्त करके फिर से कार्य प्रारंभ करने का हमारे निर्णय था |
इस दौरान तेजस्वी के साथ मौजूद विभाग के संबंधित अधिकारी ने कहा कि हम पहले किलियर थे कि इस ब्रिज को बनाने में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में पूरी रिपोर्ट आ जाएगी इस कार्य के लिए संवेदक के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी |
खगड़िया की जिला अधिकारी सुमित कुमार पांडे ने कहा है कि किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा गया है मामले की जांच कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों पर FIR करने की मांग की है |
मौके पर पहुंचे सुल्तानगंज के जेडीयू विधायक ललित नारायण पांडे ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है हमें तो उम्मीद थी कि पुल का उद्घाटन इस साल के अंत में नवंबर दिसंबर तक हो जाएगा। मामले की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी |