पीएम मोदी की तरफ से किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी
पीएम प्रणाम योजना के जरिए सरकार का लक्ष्य है कि केमिकल फर्टिलाइजर पर सब्सिडी के बोझ को कम करना है । साल 2022-23 तक 2.25 लाख करोड़ रूपए पहुंचने का अनुमान जताया गया है साल 2021 में 1.62 करोड़ रुपए था जो कि 39 फ़ीसदी ज़्यादा है
केंद्र सरकार केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग कम करने के लिए पीएम प्रमोशन ऑफ अल्टरनेट न्यूट्रिएंट्स फॉर एग्रीकल्चर मैनेजमेंट योजना को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। आज योजना को कैबिनेट से हरी झंडी मिल सकती है । आज कैबिनेट और सीसीईए की अहम बैठक होने वाली है। इस योजना के तहत खेती में केमिकल फर्टिलाइजर के कम से कम उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा । वही सरकार की कोशिश है कि किसान बिना फर्टिलाइजर वाली खेती की तरफ बढ़े इस योजना के जरिए सरकार केमिकल फर्टिलाइजर को कम करने पर जोर देगी । इस योजना का कोई अलग से बजट नहीं होगा।
इस बैठक में कई अहम ऐलान होने वाले हैं जिसमें से कहा जा रहा है कि जो राज्य सब्सिडी में जितनी कटौती करेगी उसका 50 फ़ीसदी ग्रांट की तौर पर उसे वापस कर दिया जाएगा । वहीं इस सब्सिडी में होने वाली बजट का इस्तेमाल फर्टिलाइजर सेक्टर में नई तकनीक पर होगा।
ग्रांट में मिले पैसे कहां खर्च होंगे?
इस ग्रांट से मिले 70 फ़ीसदी पैसे का इस्तेमाल गांव ब्लॉक और जिले लेवल पर वैकल्पिक फर्टिलाइजर और वैकल्पिक फर्टिलाइजर उत्पादन के लिए यूनिट लगाने के लिए किया जा सकता है। बकाया 30 फ़ीसदी पैसे का इस्तेमाल ऐसे किसानों, पंचायतों, कृषि उत्पादन संगठनों और सहयोग समूह को प्रोत्साहन देने के लिए किया जा सकता है । जो रसायनिक फर्टिलाइजर के इस्तेमाल को कम करने में आपका योगदान देते हैं। इसके साथ ही उन पर भी खर्च किया जाएगा जो इसके लिए जागरूकता फैलाने का काम करते हैं। इस योजना का मुख्य लक्ष्य रसायनिक फर्टिलाइजर की सब्सिडी को कम करना है | अनुमान है कि साल 2022- 23 में यह सब्सिडी 225 लाखों करोड़ रुपए रह सकती है जोकि 2021 के 1.62 लाख करोड़ रुपए से 39 फ़ीसदी ज्यादा है।
क्या है पीएम प्रणाम योजना?
पीएम प्रणाम योजना भूमि सुधार जागरूकता ,पोषक और सुधार के लिए चलाए जाने वाला एक कार्यक्रम है। इस योजना का मकसद रासायनिक फर्टिलाइजर के उपयोग को कम करना और रसायनों के संतुलित योजनाओं को बढ़ावा देना है। इससे हरित विकास को बढ़ावा मिल सकेगा और पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकेगा |
फायदे
इस योजना के जरिए रसायनिक फर्टिलाइजर के उपयोग को कम करने से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होगा। भारत में कृषि उपज और उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी । कंफ्रेस्ड बायोगैस के उपयोगों को भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे कचरे को कम करने और सोर्य ऊर्जा का उत्पादन करने में मदद मिलेगी |