भारत के लिए बड़ा मौका जी-20 की अध्यक्षता
कागज के हवाई जहाज बनाने वाले बच्चे अंतरिक्ष में भेज रहे हैं राकेट: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में संबोधित करते हुए कहा हम बहुत तेजी से सत्र की तरफ बढ़ रहे हैं यह कार्यक्रम मेरे लिए 130 करोड़ देशवासियों से जुड़ने का एक ऐसा माध्यम है हर एपिसोड से पहले गांव शहरों से आए ढेर सारे पत्रकार पत्रों को पढ़कर बच्चों से लेकर बड़ों के ऑडियो मैसेज को सुनने यह मेरे लिए एक अध्यात्मिक अनुभव की तरह है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा जीत की दुनिया की जनसंख्या में दो तिहाई वैश्विक व्यापार व्यापार में तीन चौथाई और वर्ल्ड जीडीपी में 80% भागीदारी है
आप लोग अब कल्पना कर सकते हैं कि भारत अब से 3 दिन बाद यानी 1 सितंबर से इतने बड़े समूह की इतने समर्थक समूह की अध्यक्षता करने जा रहा है जीटी की अध्यक्षता हमारे लिए एक बड़ा गौरव बनकर सामने आई है हमें इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए विश्व कल्याण का ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है |
नरेंद्र मोदी ने कहा है कि चाहे शांति हो या एकता विवरण से लेकर संवेदनशीलता की बात हो या फिर सत विकास कि भारत के पास इतने इससे बड़ी चुनौतियों का समाधान है हमने एक दुनिया 11 परिवार और 11 विश्व भविष्य की जो थीम दी है |
उसे असुविधा कुटुंब के लिए हमारी प्रतिबद्धता जरूरी होती है उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में देश अलग-अलग हिस्सों में जी-20 से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है इस दौरान दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोगों को आपके राज्यों में आने का मौका मिलेगा मुझे भरोसा है कि आप अपने यहां की संस्कृति के विविध और अशिष्ट रंगों को दुनिया के सामने लेकर प्रस्तुत करेंगे
आपको यह याद रखना है कि g20 में आने वाले लोग भविष्य के टूरिस्ट भी है प्रधानमंत्री ने कहा है कि हाल ही में स्वदेशी स्पेस स्टार्टअप के विक्रम एस रॉकेट ने जैसे की प्रति हार्दिक उड़ान भरी भारत का सबसे ऊंचा हो गया यह भारत में प्राइवेट स्पेस सेंटर के लिए एक युग के उदय का प्रतीक है यह देश में आत्मविश्वास से भरे एक नए युग का आरंभ है आप कल्पना कर सकते हैं कि जो बच्चे कभी हाथ से कागज के हवाई जहाज बनाकर हवा में उड़ आते थे उन्हें अब भारत में ही हवाई जहाज बनाने का मौका मिल रहा है |
नरेंद्र मोदी ने मन की बात नहीं कहा है कला संगीत और साहित्य से हमारा लगाव ही मानवता की असली पहचान है बारिश की बूंदे हूं पक्षियों का कलरव हो या फिर हवा का गुजरता स्वर हमारी सभ्यता में संगीत इस तरह समाया हुआ है कि हमारी सभ्यता में संगीत इस तरह समा है संगीत हमारे समाज को भी जोड़ता है संगीत कि हमारी विविधताओं ने ना केवल हमारी संस्कृति को एकत्रित किया हुआ है बल्कि दुनिया भर के संगीत पर अपनी छाप छोड़ी हुई है भारत संगीत की ख्याति विश्व के कोने कोने में फैली हुई है |