डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल का गिरना भी है ज्यादा खतरनाक इससे बढ़ जाती है परेशानियां जानिए कैसे
आमतौर पर ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से लोग चिंतित हो जाते हैं इसका बढ़ना सेहत के लिए हानिकारक भी होता है। वही अगर ब्लड शुगर लेवल कम हो जाए तो यह खतरनाक भी हो सकता है शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम होने की अवस्था को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। डायबिटीज के लिए जो दवाई ली जाती है वह कई बार हाइपोग्लाइसीमिया का कारण बन जाती है।
हमारे शरीर में शुगर ऊर्जा के लिए बहुत जरूरी है। यह कभी कम तो कभी ज्यादा हो जाती है। वैसे देखा जाए तो इसकी दोनों ही स्थितियां खतरनाक होती है ग्लूकोस का स्तर 80 से 110 के बीच होता है । वही 90 एमजीटीएल को औसत ब्लड शुगर लेवल माना जाता है। शरीर में ब्लड शुगर का लेवल कम हो जाता है इस अवस्था को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। डायबिटीज के लिए जो दवाई ली जाती है वह कई बार हाइपोग्लाइसीमिया का कारण बन जाती है। ऐसा बार बार होता है तो इस मामले में अलर्ट रहना जरूरी है। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए।
वही ब्लड शुगर का बढ़ना भी खतरनाक माना जाता है शुगर लेवल ना बढ़े इसके लिए कई दवाइयां ली जाती है। वही इसे कंट्रोल करने के लिए कई प्रकार के उपयोग भी किए जाते हैं। लेकिन ब्लड शुगर लेवल कम होने पर भी ध्यान देना चाहिए।
लो ब्लड शुगर है बहुत खतरनाक
लो ब्लड शुगर भी सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है। हार्ट, लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचाता है। कई बार हालत बिगड़ने पर व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है जबकि कई बार मरीजों की मौत भी हो जाती है। इसके लक्षण लोगों में अलग-अलग होते हैं । ब्लड शुगर कम होने पर तेज कपकपी हो सकती है । कुछ लोगों को असमान्य रुप से ठंड लगती है। वहीं कुछ लोगों को पसीना भी आ जाता है। हाइपोग्लाइसीमिया की वजह से व्यक्तियों को भ्रम में होने की परेशानी हो जाती है ।जिसकी वजह से वह ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं । इसके अलावा घबराहट, चिड़चिड़ापन या बेहोशी लक्षण इसमें शामिल है।
शुगर लो होने पर क्या करें
डायबिटीज के मरीज को 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट लेना चाहिए । अगर हल्की कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों में स्थिति सामान्य ना हो तो किसी डॉक्टर से संपर्क करें।