क्रिकेट वर्ल्ड कप और जी20 बनेगी ट्रैवल इंडस्ट्री की वैक्सीन, मानसून में वही जुलाई के बाद आप ऐसा पर्यटन का हाल
जुलाई में ट्रैवल डिमांड सालाना आधार पर 100 % से अधिक बढ़ी थी लेकिन फिर बारिश ने इसे तगड़ा झटका दे दिया । इसे कम हवाई किराया और सस्ते होटल से बढ़ावा मिला था । लेकिन जब घूमने का समय आया तो बारिश भी आ गई और इसमें हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में स्थित इतनी स्थिति बिगाड़ दी कि पर्यटक प्लान कैंसिल करने लगे । जानी अब क्या स्थिति है और आगे कैसा रुझान है
मौसम की मार से प्रभावित ट्रैवल इंडस्ट्री को अब क्रिकेट वर्ल्ड कप और जी-20 सम्मेलन की वैक्सीन से उम्मीद है। पिछले सालों की तुलना में इस बार मानसून समय में कम हवाई टिकट और होटल के किराए के चलते बड़ी संख्या में बुकिंग हुई है और 70 फ़ीसदी यात्रा बढ़ गई है । यह ट्रैवल इंडस्ट्री के लिए किसी बड़ी उम्मीद से कम नहीं था । हालांकि फिर बारिश की ऐसी आफत सामने आई और पर्यटक अपने प्लान कैंसिल करने लगे या रीशेड्यूल करने लगे | FAITH के बोर्ड मेंबर पिक खन्ना का कहना है कि बारिश ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को भारी नुकसान पहुंचाया है और पर्यटन एक्टिविटीज लगभग रुक गई है इसके चलते ट्रैवल डिमांड में क़रीब 10 फ़ीसदी गिरावट आई है।
अब इंडस्ट्री की पूरी उम्मीद इस साल होने वाले पुरुषों के क्रिकेट वर्ल्ड कप और जी-20 सम्मेलन से है । विश्व कप का आयोजन 5 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच देशभर में होना है। और जी-20 का सम्मेलन सितंबर में नई दिल्ली में होगा।
ट्रैवल इंडस्ट्री के लिए कैसी रही पिछले महीने की स्थिति
पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित जगहों के लिए बुकिंग में तेजी से गिरावट आई है। ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर OTA, IXIGO के ग्रुप सीओ को फाउंडर रजनीशन कुमार के मुताबिक गुवाहाटी ,मुंबई और जोधपुर जैसे स्थानों के लिए जुलाई 2023 में जून की तुलना में 10 से 15 फ़ीसदी कम बुकिंग हुई है । होटल एंड अकोमोडेशन मनु राशिधन के मुताबिक जुलाई में डेली कैंसिलेशन रेट यानी बुकिंग कैंसिल कराने वालों की संख्या भी जून के मुताबिक 22 फीसदी बढ़ गई है । हालांकि अगर प्लान कैंसिल नहीं हो पाया तो उसे आगे रीशेड्यूल किया गया है।
हॉस्पिटलिटि कंसलटिंग एंड होटल इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी फॉर्म के सीईओ नंदीवर्धन जैन का कहना है कि मनाली जैसे पहाड़ी स्थानों पर तो ओक्यूपेसी लगभग ना के बराबर है। जबकि शिमला में यह काफी कम हो चुका है । नंदी वर्धन के मुताबिक पहाड़ों पर बसे इन जगह पर ना सिर्फ खराब मौसम की मार पड़ी है बल्कि कनेक्टिविटी से जुड़ी दिक्कतें भी सामने आई हैं।
अब बाहर निकल रहे हैं पर्यटन
जुलाई में ट्रैवल डिमांड सालाना आधार पर 100% से अधिक बढ़ती थी लेकिन फिर भारी बारिश ने इसे तगड़ा झटका दिया है। हालांकि रजनीशन कुमार ने कहा है कि यह गिरावट आई है और अगस्त से लेकर आगे इस में उछाल दिख सकती है। क्योंकि वह वर्ल्ड कप के मैच देखने के लिए बाहर निकलेंगे वही पी खन्ना का कहना है कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी स्थानों पर पर्यटक बच रहे हैं। लेकिन गोवा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, राजस्थान ,गुजरात, केरल और नॉर्थ ईस्ट के लिए इन महीनों में बुकिंग में अच्छी तेजी दिख रही है। इसके अलावा धार्मिक यात्राओं में भी अपनी गति में बढ़ोतरी दिख रही है।
वर्ल्ड कप और जी 20 से मजबूत सपोर्ट की उम्मीद
ट्रैवल ऑपरेटर्स के मुताबिक इस साल गर्मियों और मॉनसून के बीच ट्रैवल डिमांड कोरोना के पहले की तुलना में कम रहा गया। हालांकि मॉनसून ने सब पर पानी फेर दिया और तेजी से ट्रैवल इंडस्ट्री गिर गई। अब आगे की बात करें तो ब्रोकरेज फर्म की वॉइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड विनुता का कहना है कि ICC World cup 2023 दम पर होटल ऑक्युपेंसी 70 से 80 फ़ीसदी पर पहुंच जाएगी वित्तीय वर्ष 2023 में यह 68 से 70 फ़ीसदी पर थी |