चांद के सफर पर निकला चंद्रयान-3, इसरो प्रमुख बोले 23 अगस्त को होगी सॉफ्ट लैंडिंग
चंद्रयान -3 साल 2019 के chandrayaan-2 का फॉलोअप मिशन है । चंद्रयान 2 साल 2019 में सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर पाया था । भारत के इस तीसरे मून मिशन में भी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग का है। इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरेगा । इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो चंद्रयान की 23 अगस्त शाम 5:47 बजे आईएसटी पर चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी।
चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है भारतीय अंतरिक्ष अनुसाधन संगठन (इसरो)ने शुक्रवार को श्रीहरिकोटा से LVM3-M4 रॉकेट के जरिए अपने तीसरे मून मिशन चंद्रयान- 3 को लॉन्च किया। चंद्रयान – 3 इसरो के दूसरे लांच पैड से दोपहर 2:35 बजे निर्धारित समय पर धुऐं का गुब्बारा छोड़ते हुए शानदार ढंग से आकाश की ओर रवाना हुआ । लॉन्चिंग के 16 मिनट बाद लॉन्चिंग मॉडुएल रॉकेट से अलग हो जाएगा। LVM3-M4 रॉकेट अपनी कैटेगरी में सबसे बड़ा और भारी है जिसे वैज्ञानिक ‘फैट बॉय’ कहा हैं । वहाँ लॉन्चिंग देखने के लिए मौजूद हजारों दर्शक chandrayaan-3 के रवाना होते ही खुशी से झूमने उठे।
चंद्रयान 3 साल 2019 के chandrayaan-2 का फॉलोअप मिशन है । चंद्रयान 2 साल 2019 में सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर पाया था । भारत के इस तीसरे मून मिशन में भी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग का है। न्यूज़ एजेंसी इसरो के वैज्ञानिकों के हवाले से बताया जा रहा है कि लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरेगा। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने सफल लॉन्चिंग के बाद एक कॉन्फ्रेंस में कहा कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो चंद्रयान की 23 अगस्त शाम 5:47 बजे आईएसटी पर चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी।
लैंडिंग बेहद महत्वपूर्ण
इस दौरान सोमनाथ ने कहा chandrayaan-3 एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है लैंडिंग बहुत महत्वपूर्ण है जब तक आप नहीं उतरेंगे आप नमूने नहीं ले सकते । आप इंसानों को नहीं उतार सकते,आप चंद्रमा को आधार नहीं बना सकते इसलिए आगे की खोज के लिए लैंडिंग एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने आगे कहा कि हमने पहले साल में देखा है कि पहले क्या गलती की थी और उसके बाद दूसरे साल में क्या सुधार किया जाए कि यह बेहतर हो फिर हमने देखा कि और क्या गलती हुई थी क्योंकि कुछ समझ से छिपी होती है जो हमने समीक्षा और टेस्ट द्वारा पता लगाया ।3 साल हमने सभी टेस्ट की और अंतिम साल में हमने अंतिम योजना की तैयारी की मैं इस कार्य के लिए पूरी टीम को धन्यवाद देता हूं।
स्वदेशी है पूरा मिशन
लॉन्च के समय स्पेस सेंटर पर विज्ञान एवं प्रोद्योगिक मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे । जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने 9 साल के कार्यकाल में अब हम केवल रॉकेट लॉन्च करने तक ही सीमित नहीं है। दुनिया अब नेतृत्व करने के लिए हमारी ओर देख रही है । पहले दुनिया हमें इस तरह नहीं देखा करती थी। उन्होंने कहा कि पूरा मिशन स्वदेशी है यह आत्मनिर्भर भारत के मंत्र पर खरा उतरा है । यह आने वाले वर्षों में एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में एक अग्रणी खिलाडी की भूमिका को भी दोहराएगा।
अगर यह चंद्रयान मिशन सफल रहता है तो भारत अमेरिका ,चीन और सोवियत यूनियन के बाद चंद्रमा पर यह कारनामा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। चंद्रयान 3 मिशन में एक स्वदेशी पॉपुलेशन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और एक रोबोट शामिल है। जिसका उद्देश्य अंतर ग्रह अभियानों के लिए आवश्यक नई टेक्नोलॉजी को विकसित करना और प्रदर्शित करता है।
पीएम मोदी ने दी बधाई
फ्रांस के दो दिवसीय दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने chandrayaan-3 लांच की बधाई देते हुए कहा कि भारत ने अंतरिक्ष यात्रा में एक शानदार चैप्टर की शुरुआत की है । पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा यह भारत के लिए हर व्यक्ति के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने ले जाते हुए ऊंचाइयों को छू रहा है । यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है । मैं उनके उत्साह और प्रतिभा को सलाम करता हूं।