2025 तक भारत और चीन दुनिया की आधी से ज्यादा बिजली खपत करेंगे दोनों देशों में तेजी से बढ़ा रही है डिमांड
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक साल 2022 से 25 तक चीन में बिजली की डिमांड में 58 ईडब्ल्यूएस का इजाफा होगा | वहीं भारत में सबसे ज्यादा 81 फ़ीसदी तक बिजली की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है | साल 2022 में एशिया पेसिफिक रीजन से बिजली की डिमांड में 3.3 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा देखने को मिला है हालांकि इस दौरान चीन में जीरो कोविड-19 सी के तहत लगे लॉकडाउन के चलते वहां पर बिजली की डिमांड में कमी देखने को मिली थी।
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक ग्लोबल लेवल पर बिजली की डिमांड में काफी ज्यादा तेजी से बढ़ने वाली है | साल 2025 तक पूरी दुनिया की आधी से ज्यादा बिजली की खपत एशिया में होगी वही भारत और चीन और साउथ ईस्ट एशिया के ज्यादातर विकास विदेशों में लगभग 70 फ़ीसदी तक बिजली खपत की डिमांड होने वाली है।
भारत में सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ेगी बिजली की डिमांड
इंटर एनर्जी एजेंसी के मुताबिक साल 2022 से 25 तक चीन में बिजली की डिमांड में ईडब्ल्यूएस का इजाफा होगा वही भारत में सबसे ज्यादा 81 फीट तक बिजली की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है साल 2022 में एशिया पेसिफिक रीजन में बिजली की डिमांड 3 फ़ीसदी तक इजाफा देखने को मिला है हालांकि इस दौरान पॉलिसी के तहत बिजली की डिमांड में कमी देखने को मिली थी।
भारत में तेजी से बढ़ती है बिजली की डिमांड
भारत में वित्त के दौरान बिजली की खपत में काफी तेजी से इजाफा देखने को मिला है दोनों देशों की मांग 13530 की क्षेत्र की कुल खपत का लगभग 70 फ़ीसदी है जो वैश्विक का लगभग 50 फ़ीसदी है IEA की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने 2017 से 2021 के दौरान औसत बड़ा है कि भारत में कोयला पावर प्लांट में बनाई जाती है | साल 2022 में कोयले से बनने वाली बिजली में 7.7 तक इजाफा होने को मिला था वहीं साल 2025 तक एजेंसी ने तक इजाफे की उम्मीद है।
चीन में क्या रहेगी स्थिति
अगर चीन के बात करें तो इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक साल 2025 तक बिजली उत्पादन में लो कार्बन एजेंसी का योगदान 41 दिन तक होगा | वही बीड और सोलर एनर्जी से प्रोडक्शन होने वाली बिजली 39 फ़ीसदी तक बढ़ जाएगी | ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशंस के बारे में बताते हुए आइए के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पता बिल्हौर के मुताबिक भारत में रिन्यूअल एनर्जी प्रोडक्शन ग्रोथ उपेक्षा से अधिक रहती है साल 2022 में यह सबसे ज्यादा थी भारत ने शोर बिल्ड और हाइड्रोजन एनर्जी के एरिया में काफी अच्छा काम किया है।