दिल्ली और एनसीआर में ब्लिंकिट की सप्लाई बंद
ब्लिंकिट के देश के 20 शहरों में करीब 400 डार्क स्टोर्स है | इसमें से आधे तो सिर्फ दिल्ली एनसीआर में ही है इसके कारोबार की बात करें तो दिसंबर 2022 महीने में ब्लिंकिट के हर डार्क स्टोर ने हर दिन औसतन ₹5.25 लाख का ऑर्डर हासिल किया । जो कि पिछली तिमाही जुलाई से सितंबर 2022 में ₹4.22 लाख रुपए था । दिसंबर 2022 में ब्लिंकिट का ग्रॉस आर्डर वैल्यू ₹1749 करोड़ रुपए का था और रेवेन्यू 301 करोड़ रुपए था।
जोमैटो की फटाफट सेवा पहुँचाने वाली प्लेटफार्म ब्लिंकिट ने दिल्ली एनसीआर में लोगों को तगड़ा झटका दिया है ब्लिंकिट के दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित 200 से अधिक डार्क स्टोर्स पिछले 4 दिन से बंद है।
जोमैटो की फटाफट से वापस आने वाली प्लेटफार्म ब्लिंकिट ने दिल्ली-एनसीआर में लोगों को तगड़ा झटका दिया है। ब्लिंकिट के दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, नोएडा में स्थित 200 से अधिक डार्क स्टोर पिछले 4 दिन से बंद है । इस स्थिति में सुधार की आगे भी संभावना दिख नहीं रही है | क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के दावे के मुताबिक अभी और स्टोर बंद हो सकते हैं । यह स्थिति डिलीवरी एग्जेक्यूटिव्स यानी सामान घर घर पहुंचाने वालों के हड़ताल पर जाने के चलते बनी हुई है । एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि ब्लिंकिट ऐप पर जाने पर गुड़गांव ,दिल्ली के कुछ इलाकों नोएडा ,फरीदाबाद, गाजियाबाद के स्टोर उपलब्ध नहीं दिख रहे है।
किस बात को लेकर डिलीवरी एग्जीक्यूटिव हड़ताल पर है
डिलीवरी एग्जीक्यूटिव पेआउट स्ट्रक्चर में बदलाव को लेकर विरोध कर रहे हैं | उनका मानना है कि इससे उनकी कमाई कम हो रही है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डिलीवरी एग्जीक्यूटिव अपना विरोध जारी रखने की योजना बना रहे हैं । तो वहीं कंपनी ने पेआउट स्ट्रक्चर को बाकी स्टोर पर भी लागू करने की स्ट्रेटजी बना रही है कंपनी का कहना है कि वह नए स्ट्रक्चर को लेकर अपने डिलीवरी एग्जीक्यूटिव को समझाने की कोशिश कर रही है कि इसके फायदे क्या है।
कम कमाई का है डर
पिछले साल ब्लिंकिट के डिलीवरी बॉय को हर ऑर्डर पर ₹50 मिलते थे। लेकिन फिर इसे घटाकर ₹25 कर दिया है और अब दूरी के आधार पर इसे ₹15 कर दिया गया है क्योंकि ब्लिंकिट के स्टोर 2 से 3 किलोमीटर के भीतर काम करते हैं । पेआउट में डिस्टेंस-बेस्ड कंपोनेंट को लेकर ही डिलीवरी एग्जेक्यूटिव्स का गुस्सा है क्योंकि इससे उनकी कमाई कम होगी हालांकि कंपनी का कहना है कि उसके ऐप पर समान की संख्या बढ़ाई जा रही है तो ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी तो वह अधिक से अधिक कमाई करेंगे। कंपनी के डिलीवरी बॉय का कहना है कि बाकी प्लेटफार्म के मुताबिक यह अच्छा पेमेंट मिल रहा है लेकिन अब यह भी दिक्कतें खड़ी हो रही है।
स्टोर क्यों बंद हो रहे हैं?
डिलीवरी बॉय की हड़ताल पर स्टोर्स क्यों बंद हो रहे हैं इसकी वजह पेनाल्टी है| दिल्ली में स्थित एक डार्क स्टोर के मालिक का कहना है कि अगर स्टोर खुला है तो यह ऐप पर दिखेगा ऐसे में अगर कोई ग्राहक ऑर्डर करता है और उसे डिलीवरी नहीं होती तो स्टोर पर पेनाल्टी लग जाएगी ऐसे में स्टोर बंद हो रहे हैं । जब तक की डिलीवरी बॉय वापस काम पर नहीं आ जाते तब तक स्टोर बंद रहेंगे। एक डिलीवरी बॉय का कहना है कि स्टोर मैनेजर के लिए नया पेआउट सिस्टम बढ़िया है । क्योंकि स्टोर का सर्विस एरिया बड़ा है लेकिन दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर बहुत ही कम आर्डर पहुंचाना होता है। यानी कि वह हर डिलीवरी पर ₹15 की कमाई करेंगे।
400 से अधिक स्टोर ब्लिंकिट के
ब्लिंकिट के देश के करीब 20 शहरों में 400 डार्क स्टोर से इसमें से आधे तो सिर्फ दिल्ली-एनसीआर में ही है । इसके कारोबार की बात करें तो दिसंबर महीने में ब्लिंकिट के हर स्टोर ने हर दिन 5.24 लाख का ऑर्डर हासिल किया । जो कि पिछले तिमाही जुलाई से सितंबर 2022 में 4.22 लाख रुपए था । दिसंबर 2022 के महीने में ब्लिंकिट का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू 1749 करोड़ रुपए का था । और रेवेन्यू 301 करोड़ का था । ब्लिंकिट की मालकिन (जोमैटो )ने दिसंबर तिमाही के नतीजे के साथ कहा था कि कंपनी की योजना ब्लिंकिट के स्टोर की संख्या 1 साल में 30 से 40 फ़ीसदी और बढ़ने की है।