केंद्र सरकार के मुताबिक जल्द गिरेंगे टमाटर के दाम ,प्याज की कीमतों को मेंटेन करने के लिए अपनाएं ये आइडियाज
टमाटर की बढ़ती कीमतों को ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार ने हैकाथान की शुरुआत की है इसका नाम टमैटो ग्रैंड चैलेंज 2023 । जिसमें टमाटर की प्री प्रोडक्शन ,प्राइमरी प्रोसेसिंग, स्टोरेज शामिल होगा। प्याज की कीमतें लोगों को बेहाल ना कर पाए इसके लिए सरकार ने एडवांस में ही काम करना शुरू कर दिया है।
केंद्र आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतों में गिरावट की उम्मीद कर रही है । कंज्यूमर अफेयर सेक्रेट्री रोहित कुमार सिंह ने हाल ही में टमाटर और प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार को प्याज को स्टोर करने के प्लान के बारे में बताया। हर साल अगस्त में टमाटर की कीमतें गिरने लगती है । वही जून और जुलाई में जैसे ही इसकी पैदावार बढ़ती है कीमतों में भी उछाल देखने को मिलती है कंज्यूमर अफेयर सेक्रेट्री के मुताबिक जून से लेकर अगस्त और अक्टूबर से लेकर नवंबर की प्रोडक्शन के सबसे अच्छे महीने हैं।
टमाटर की शेल्फ लाइफ है कम
कंज्यूमर अफेयर्स सेक्रेट्री ने बताया कि दिल्ली में कीमतें अब ज्यादा दिनों तक अधिक नहीं रहने वाली क्योंकि हिमाचल प्रदेश से आने वाली पैदावार कीमतों में राहत दिलाने का काम कर सकती है । पूरे देश में अलग-अलग क्लाइमेंट होने की वजह से टमाटर की पैदावार के महीने भी अलग-अलग हैं। हालांकि मौसम से छेड़छाड़ प्रोडक्शन को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। दूसरी वजह टमाटर शेल्फ लाइफ कम हैं मतलब जल्दी खराब होना।
लंबे समय तक कैसे करेंगे स्टोर
कंज्यूमर अफेयर्स ने अपने प्लान को लेकर कहा कि टमाटर को लंबे वक्त तक स्टोर रखने के लिए सरकार एक नए उपाय के साथ आई है। सरकार ने हैकाथांन की शुरुआत की है। टमैटो ग्रैंड चैलेंज 2023। जिसमें टमाटर की फ्री प्रोडक्शन प्राइमरी प्रोसेसिंग स्टोरेज शामिल होगी । हाल ही में प्याज की बढ़ती कीमतें भी लोगों को परेशान करने वाली है भारत में महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज सबसे महंगा बिक रहा है।
प्याज की कीमतों पर कंट्रोल
कंजूमर अफेयर्स सेक्रेट्री के मुताबिक पूरे देश में प्याज की कीमतें उतनी ही है जितनी 1 साल पहले थी। प्रोडक्शन भी पिछले साल की तरह ही अच्छा हुआ है। इस साल 319 MLT प्रोडक्शन की उम्मीद है। पिछले साल प्याज का रिटेल प्राइस ₹35 किलो ही था। सरकार 3 लाख टन प्याज पहले से ही स्टोर करके रख रही है ताकि त्योहारों के वक्त ज्यादा दिक्कत ना हो। अभी तक 1.5 लाख टन प्याज स्टोर कर लिया गया है और जल्द ही बाकी बचा प्याज भी सहेज कर रख लिया जाएगा।
प्याज के छिलकों को लेकर एक्सपेरिमेंट
सेंटर ने प्याज की स्टोरेज के लिए 13 आइडियाज शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरु के साइंटिस्ट प्याज के छिलकों की मदद से इंडस्ट्रियल वेस्ट की फिल्ट्रेशन पर काम कर रही है। जिसके बाद में एग्रीकल्चर में शामिल किया जा सकेगा । वही आईआईटी खड़कपुर में प्याज के छिलकों से एक ऐसी दवाई तैयार की जा रही है जिससे जानवरों में फैलने वाली लिपि डिजीज का इलाज किया जा सकता है।