दिल्ली की एक कंपनी को एम्पलॉयी ने लगाया 4 करोड़ों का चूना
दिसंबर 2022 को पूरा मामला सामने आया ,कंपनी ने इंटरनल इन्वेस्टिगेशन शुरू की और नाथ को सस्पेंड कर दिया। नाथ ने अपनी गलती मानी और बताया कि उसने ही यह फ्रॉड किया था। नाथ के मुताबिक वह गैरकानूनी तरीके से 2012 से पैसे ट्रांसफर कर रहा था । राधा बल्लभ नाथ कई सालों तक अपनी पत्नी के खाते में कंपनी का पैसा डालते रहे और कंपनी को इसकी भनक भी नहीं लगने दी।
दिल्ली की एक प्राइवेट रिक्रूटमेंट कंपनी को एंप्लॉयी ने 10 सालों तक ठगा। एक बेहद शातिर कर्मचारी ने कंपनी के साथ करोड़ों का घोटाला किया। मैनपावरग्रुप सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व फाइनेंस मैनेजर ने कंपनी के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी की। कंपनी के पेरोल सिस्टम की मदद से उसने अपनी बेरोजगार वाइफ को जॉब पर रख लिया। फिर हर महीने उसे सैलरी भेजता रहा। इस तरह उसने तकरीबन 3 करोड रुपए की सैलरी अपनी वाइफ के खाते में डाली।
कंपनी ने ऐसे किया पर्दाफाश
पिछले साल दिसंबर में उसकी इस स्कीम का पर्दाफाश हुआ। ऑथोरिटी पूरे मामले की जांच कर रही है। कंपनी फाइनेंशियल क्राइम और डाटा ब्रिज की तह तक जाने की कोशिश कर रही है । कंपनी ने एचआर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर चीफ ,एचआर और मुख्य आरोपी नाथ को ही मंथली पैरोल और रिप्लेसमेंट डाटा की एक्सेस दे रखी थी। नाथ पैरोल देने और दूसरे डिपार्टमेंट के कनेक्शन में था।
बैंक सिस्टम पर पत्नी का नाम करवाया ऐड
नाथ ने अपनी पत्नी सस्मित राउल का नाम पैरोल डाटा में शामिल किया था । इसके अलावा उसने अपनी सैलरी के साथ भी फेरबदल किया और कंपनी को भनक भी नहीं लगने दी। दिल्ली पुलिस को दी गई शिकायत में कंपनी ने बताया कि राधा बल्लभ ने CHRO ऑफिस से आई पेरोल की एक्सेल शीट में अपनी वाइफ का नाम ऐड किया था । जिसके बाद नाथ ने दूसरे फाइनेंस मैनेजर के कंप्यूटर सिस्टम से भी छेड़छाड़ की और बैंक पोर्टल पर जाकर पैरोल फाइल किया। खुद को बचाने के लिए उसने बाद में फाइल को डिलीट कर दिया था।
कंपनी की जांच में हुआ पर्दाफाश
दिसंबर 2022 को पूरा मामला सामने आया। कंपनी ने इंटरनल इन्वेस्टिगेशन शुरू की और नाथ को सस्पेंड कर दिया । नाथ ने अपनी गलती मानी और बताया कि उसने ही यह फ्रॉड किया है। नाथ के मुताबिक वह गैरकानूनी तरीके से 2012 से पैसे ट्रांसफर कर रहा था। उसने कुल 3.6 करोड़ अपनी वाइफ के खाते में डाले थे। नाथ ने यह भी बताया कि उसने अपनी सैलरी के साथ भी छेड़छाड़ की थी और अपने खाते में 60 लाख रुपए डाले थे । नाथ की इस हरकत की वजह से कंपनी को 4.2 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।
कंपनी के पैसों से खरीदी प्रॉपर्टी
कंपनी ने अपने रिपोर्ट चेक किए और बताया कि उन्होंने कभी भी नाथ की पत्नी को नौकरी पर रखा ही नहीं था खुद राधाबल्लभ नाथ ने भी यह बात स्वीकार की । नाथ ने कंपनी से लूटे सारे पैसों से दिल्ली, जयपुर और उड़ीसा में प्रॉपर्टी खरीदी । इसके अलावा म्यूच्यूअल फंड और फाइनेंशियल स्कीम्स में भी इन्वेस्ट किया।