मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए मैं तैयार हूं “अमित शाह”, आप सांसद संजय सिंह सस्पेंड
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा मैं इस पर सदन में चर्चा करने के लिए तैयार हूं । मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दे। यह महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले पर सच्चाई पता चले । लोकसभा की कार्यवाही आज 25 जुलाई सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित की गई है।
संसद के मानसून सत्र का सोमवार को हंगामेदार आग़ाज़ हुआ। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने विपक्ष से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और सरकार मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं । इसके बाद लोकसभा 25 जुलाई तक के लिए स्थगित की गई है। इससे पहले विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सांसदों ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर दोनों सदन में जमकर हंगामा हुआ और सरकार को घेरा। विपक्ष की मांग है कि पूर्वोत्तर राज्य में हो रही जातीय हिंसा के मुद्दों पर केंद्र मंत्री नरेंद्र मोदी सदन में अधिकारिक बयान दें । जबकि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने संसद परिसर में गांधी जी की मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ था।
शुक्रवार को सत्र के दूसरे दिन उस समय अफरा-तफरी मच गई जब विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा को लेकर नारेबाजी की और इस मामले पर पीएम मोदी से बयान की मांग की। सरकार के मंत्री के जवाब के साथ मणिपुर मुद्दे पर शॉर्ट ड्यूरेशन चर्चा करने को सहमत हो गए हैं । लेकिन विपक्षी पहले प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहे हैं।
आप सांसद संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ विपक्षी सांसदों के विरोध के बाद राज्यसभा दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई । राज्यसभा के उपसभापति हरीवंश ने सिंह से कहा मैं आम आदमी सांसद संजय सिंह से फिर से संसद से बाहर जाने का अनुरोध करता हूं ताकि संसद की कार्रवाई जारी रह सके।
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा मैं इस पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं। मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें। यह महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले पर सच्चाई अवश्य पता चले।
लोकसभा की कार्यवाही आज 25 जुलाई सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित की गई है।
आप सांसद संजय सिंह हुए सस्पेंड
विपक्ष हंगामे के बीच सभापति ने प्रश्नकाल जारी रखने की घोषणा की। हालांकि शोर-शराबे के दौरान आप सांसद संजय सिंह वेल में आ गए। और उन्हें अपनी सीट पर लौटने के लिए कहा गया। जब उन्होंने बात नहीं मानी तो राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उनका नाम लिया। उसके बाद सदन के नेता पियूष गोयल ने आम आदमी नेता को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया। गोयल ने कहा कि ऐसा व्यवहार सदन की नैतिकता और नियमों के खिलाफ है और इसी कारण संजय सिंह को मौजूदा सत्र के बाकी समय के लिए निलबित कर दिया गया है।
पीएम के साथ नायडू और शाह की बैठक
संसद में जारी गतिरोध का समाधान निकालने के लिए प्रधानमंत्री के साथ बैठक के लिए बीजेपी चीफ जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह मौजूद थे। इसी बीच गतिरोध को दूर करने की कोशिश के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रमुख विपक्षी नेताओं टीआर बालू सुदीप बंखोपाध्याय और मलिकार्जुन खड़के के साथ बातचीत की।
इस पूरे मानसून सत्र के लिए संजय सिंह को सस्पेंड करने मुद्दे पर विपक्ष के सांसदों ने राज्यसभा अध्यक्ष के साथ बैठक की ।
तुरंत बाद राज्यसभा और लोकसभा की कार्रवाई दोपहर से शुरू हुई, दोनों सदन दोपहर 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिए गए थे।
राज्यसभा की कार्रवाई के दौरान सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसी के डायरेक्ट ओम बयान के बीच तीखी नोकझोंक हुई इस सत्र के दौरान धनगढ़ ने ट्रेजरी बेंच से नियम 176 के तहत प्राप्त 11 नोटिस पर चर्चा करते हुए सांसदों और उनकी राजनीतिक संबंधों को लिस्टेड किया। हालांकि मणिपुर मुद्दे को प्राथमिक देने वाले विपक्षी सांसदों से नियम 267 के तहत मिले नोटिस के लिए धनखड़ ने अपनी पार्टी की संबद्धता का जिक्र करना छोड़ दिया। टीएमसी के नेता सभापति से पार्टियों को शामिल करने के लिए कहा जिस से असहमति हो गई। धनखड़ ने टिप्पणी की “आप अध्यक्ष को चुनौती दे रहे हैं”।
कांग्रेसी सांसद राशि थरूर ने सदन में मणिपुर मुद्दे पर पीएम के बयान की विपक्ष की मांग पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा पीएम की सदन के प्रति जवाबदेही है। दुनिया में किसी भी संसदीय लोकतंत्र नहीं है जिसमें सदन को पीएम से मिलने, सवाल करने और सुनने का मौका नहीं मिलता है । यह एक विचित्र स्थिति है जो उन्होंने अपनाई है।
सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद विपक्षी नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा हम शुरू से ही इस मुद्दे को उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री से सदन में आने और स्वत संज्ञान बयान देने का आग्रह करते हैं । स्पीकर ने जवाब देते हुए कहा कि पूरा सदन 12:00 बजे चर्चा शुरू करने के लिए तैयार है। लेकिन कौन जवाब देगा यह आप तैय नहीं करेगें। इसके जवाब में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा हम तैयार हैं लेकिन विपक्ष मानने के लिए तैयार नहीं है। इस विचार से निचले सदन में नारेबाजी हुई।
आप सांसद राघव चड्ढा ने संसद में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए सस्पेंड ऑफ बिजनेस नोटिस फाइल किया । उन्होंने कहा देश की मांग हैं कि सरकार और प्रधानमंत्री मणिपुर पर बोले। देश में शांति बनाए रखना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है आज इस सदन में इस मुद्दे के खिलाफ विरोध करे जा रहे हैं। राज्यसभा सदन को हमें मणिपुर पर चर्चा करने के लिए अनुमति देनी चाहिए।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी मांगों का समर्थन किया और कहा प्रधानमंत्री को संसद के दोनों सदनों में एक व्यापक बयान देना चाहिए और उसके बाद बहस होनी चाहिए |