थाईलैंड भी कार या बाइक से जा सकते हैं, गडकरी ने बताया कब पूरा होगा यह सपना
भारत ,मलेशिया और थाईलैंड से होकर गुजरने वाले महत्वकांक्षी हाईवे प्रोजेक्ट का करीब 70 फ़ीसदी काम पूरा हो गया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी है कि जल्दी आप अपनी कार या बाइक से भी हाईवे से होते हुए सड़क मार्ग से थाईलैंड की रोमांचकारी यात्रा का आनंद उठा सकेंगे । केंद्र मंत्री ने रविवार को बताया कि भारत , म्यामार और थाईलैंड तक लगभग 1,400 किलोमीटर लंबे हाईवे पर काम कर रहे हैं।
भारत थाईलैंड से होकर गुजरने वाली महत्वकांक्षी हाईवे प्रोजेक्ट का काम पूरा हो गया है केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी है कि जल्दी ही आप अपनी कार या बाइक से भी हाईवे से होते हुए सड़क मार्ग से थाईलैंड की रोमांचकारी यात्रा का आनंद उठा सकेंगे । केंद्रीय मंत्री ने रविवार को बताया कि भारत और थाईलैंड तक लगभग 1,400 किलोमीटर लंबे हाईवे पर काम कर रहे हैं । इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से दक्षिण पूर्व एशिया से जुड़े देशों के बीच व्यापार ,स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने इस प्रोजेक्ट की प्रगति के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में न्यूज़ एजेंसी को बताया परियोजना का लगभग 70 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका है । यह हाईवे मणिपुर से मोरेह को म्यांमार के रास्ते थाईलैंड के माई सोत से जुड़ेगा।
हालांकि उन्होंने इस हाईवे के चालू होने की समय सीमा के संबंध में डिटेल जानकारी नहीं दी हैं | पीटीआई के मुताबिक इस रणनीतिक हाईवे प्रोजेक्ट में देरी हुई है सरकार का लक्ष्य पहले इसे दिसंबर 2019 तक चालू करने का था।
अटल बिहारी वाजपेई ने रखा था प्रस्ताव
दरअसल साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने थाईलैंड और म्यांमार को सड़क से जोड़ने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि बीजेपी की सरकार जाने के बाद यह प्रोजेक्ट कागजों पर ही रह गया। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद इस प्रोजेक्ट पर फिर से काम तेजी से शुरू हुआ।
इस हाईवे के बन जाने से भारतीय पर्यटकों को म्यांमार और थाईलैंड जाने के लिए फ्लाइट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी । पर्यटक भारत से कार और बाइक के जरिए भी थाईलैंड और म्यांमार जा सकेंगे । सूत्रों के हवाले से पता चला है कि भारत और थाईलैंड में इस हाईवे का काम काफी हद तक पूरा हो चुका है।
हालांकि म्यांमार में काफी काम बाकी है । हाल ही में कोलकाता में बिम्सटेक देशों के सम्मेलन में म्यांमार और थाईलैंड के मंत्रियों ने दावा किया था कि इस त्रिपक्षीय सड़क प्रोजेक्ट का काम 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा।