बरेली में प्राइवेट अस्पताल में जीभ के ऑपरेशन की जगह बच्चे का खतना किया
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक बच्चे की जीभ की जगह उसके प्राइवेट पार्ट का ऑपरेशन कर दिया गया। इस बड़ी लापरवाही पर सूबे के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने 4 घंटे के अंदर रिपोर्ट सबमिट करने का आदेश दिया है। इसके बाद बरेली के सीएमओ डॉ बलबीर सिंह ने इसके लिए एक टीम का गठन किया है और इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के शहर बरेली में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में बड़ी लापरवाही देखने का मामला सामने आया है। इस प्राइवेट अस्पताल में एक बड़ी लापरवाही देखी गई है इसकी खबर सुबे के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक तक भी पहुंच गई है । अब इस पूरे मामले पर उन्होंने खुद दखल दिया है । दरअसल उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक प्राइवेट अस्पताल में एक बच्चे की जीभ की जगह उसके प्राइवेट पार्ट का ऑपरेशन किया जाने का मामला सामने आया है । इस बड़ी लापरवाही पर सूबे के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने 4 घंटे के अंदर रिपोर्ट सबमिट करने का आदेश भी दे दिया है। इसके बाद बरेली के सीएमओ डॉ बलबीर सिंह ने इसके लिए एक टीम का गठन भी किया है और इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है।
अस्पताल का लाइसेंस हुआ सस्पेंड
बरेली के सीएमओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जांच के आधार पर एम-खान अस्पताल के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया गया है | मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक बरेली इलाके के संजय नगर के निवासी ने अपने ढाई साल के बेटे को स्टेडियम रोड पर बने डॉ एम खान हॉस्पिटल में एडमिट कराया था । घर वालों ने हॉस्पिटल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसको अपने बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करवाना था पर उन्होंने बच्चे का खतना कर दिया | वहीं अस्पताल प्रशासन का इस पूरे मामले पर कहना है कि बच्चे के प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन था | जिस वजह से उसका ऑपरेशन करना पड़ा । घरवालों की तरफ से जीभ के ऑपरेशन की कोई बात नहीं हुई थी।
बच्चे को थी बोलने में दिक्कत
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक पीड़ित के बेटे को बोलने में थोड़ी दिक्कत थी वह सही से बोल नहीं पाता था जिसके बाद उन्होंने बच्चे को स्टेडियम रोड पर बने डीएम खान हॉस्पिटल में दिखाने का मन बनाया। उन्होंने बच्चे को हॉस्पिटल में एडमिट कराया। लेकिन डॉक्टर ने उसकी जीभ के ऑपरेशन की जगह उसके प्राइवेट पार्ट का ऑपरेशन कर दिया | जब पर बच्चे के परिजन उसे बाथरूम कराने ले गए तो उसका प्राइवेट पार्ट देखा। पूछे जाने पर डॉक्टरों ने कोई जवाब नहीं दिया। जब परिवार वालों को खतने की बात पता चली तो उन्होंने वहां पर आस पास के कई लोगों के साथ अस्पताल में ही हंगामा शुरू कर दिया।