माइक्रोसॉफ्ट से छटनी के बाद टेक इंजीनियरों को हजार से अधिक जगहों पर भेजी सीवी, फिर भी नहीं मिली नौकरी
माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व कर्मचारी निकोलस नोल्टन ने बताया कि पिछले 2 महीनों में एक भी नौकरी पाना कितना कठिन हो गया है। निकोलस ने करीब ढाई सौ से अधिक जगहों पर अपना आवेदन भेजा है लेकिन उन्हें अभी तक कहीं सफलता नजर नहीं आई
माइक्रोसॉफ्ट के एक पूर्व कर्मचारी निकोलस नॉर्टन ने बताया कि पिछले 2 महीनों में एक भी नौकरी पाना कितना कठिन हो गया है। निकोलस को पिछले हफ्ते दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने नौकरी से निकाला था। उन्होंने बताया कि करीब 2 महीने पहले जब माइक्रोसॉफ्ट मे छटनी का दौर शुरू हुआ था । तब से नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं इस दौरान करीब 1000 से अधिक जगह पर आवेदन भेज चुके हैं लेकिन उन्हें अभी तक कहीं सफलता नजर नहीं आ रही।
निकोलस नोल्टन एक क्लाउड सॉल्यूशन इंजीनियर है और अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना के रहने वाले हैं। अपनी नौकरी के आखिरी दिन में लिखे एक पोस्ट में उन्होंने बताया मार्च में माइक्रोसॉफ्ट की छटनी वाली सूची के नाम आने के बाद आज मेरे अधिकारिक तौर पर आखिरी दिन है | मैं पिछले 2 महीने से नई नौकरी की तलाश कर रहा हूं और इसके लिए मैंने हर तरह के प्रयास किए हैं मैंने हजार से अधिक जगहों पर अपना आवेदन दिया ।55 कंपनियों से मुझे कॉल आई 15 जगहों पर हायरिंग मैनेजर को इंटरव्यू दिए और 3 जगहों पर फाइनल राउंड का इंटरव्यू हुआ हालांकि इसके बावजूद कही से भी जॉब का ऑफर नहीं मिला।
निकोलस ने लिखा है कि यह एक मुश्किल समय है परिवार से सीमित सहयोग के चलते यह समय उनके लिए वित्तीय रूप से भी चुनौतीपूर्ण समय है।
इसी बीच माइक्रोसॉफ्ट ने अपने फुल टाइम कर्मचारियों की सैलरी में इस साल कोई बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है | कंपनी ने कहा कि मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए यह एक जरूरी कदम है । माइक्रोसॉफ्ट में बतौर सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम कर रही इजाबेला ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर लिखे एक पोस्ट से नाराजगी जाहिर करी थी |
इजाबेला ने कहा कि अब काम के प्रति जुनून कम होगा । साथ ही लोगों में अतिरिक्त समय देने से बचेंगे क्योंकि इसका उन्हें कोई लाभ नहीं दिखेगा। उन्होंने कहा माइक्रोसॉफ्ट अपने फुल टाइम कर्मचारियों की सैलरी में कोई बढ़ोतरी नहीं कर रहा है । अब समय आ रहा है सभी लोग बस अपनी सैलरी के हिसाब से काम करें और कंपनी की ओर से दिए जाने वाले स्टाफ प्रोजेक्ट को ना करे |