क्या है अफ्रीकन स्वाइन वायरस, जिसने इंडोनेशिया से लेकर सिंगापुर तक मचा दिया कोहराम ?
यह पहली बार नहीं है जब दुनिया में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने आए हैं दरअसल डोमिनिकन रिपब्लिक , हेटी और चीन जैसे देश सालों से इस वायरस से जूझ रहे हैं । इस तरह के आउटब्रेक में लाखों सुअरो की मौत हो चुकी है जिससे मांस और लाइव स्टॉक उत्पादन भारी मात्रा में प्रभावित हुआ है।
इंडोनेशिया अधिकारियों ने पुष्टि की है कि एक फार्म से सिंगापुर को आपूर्ति किए गए सूअर अफ्रीकन स्वाइन फीवर वायरस से संक्रमित थे। इंडोनेशिया के एक फार्म में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के प्रकोप को लेकर वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ (WOAH) ने भी कंफर्म किया है । न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक सिंगापुर के पास इंडोनेशिया के रियाउ द्वीप प्रांत में स्थित एक फार्म में 2,85,000 सूअरों में से अब तक 35000 सूअरों की मौत इस वायरस से हो चुकी है। फिलहाल फार्म को बंद कर दिया गया है और द्वीप से सभी जीवित सूअरों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है।
इसी बीच SFA ने द्वीप से सूअरों के आयात पर रोक लगा दी गई है । आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब दुनिया में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने देखे गए हैं। दरअसल डेमोनिकल रिपब्लिक हेटी और चीन जैसे देश सालों से इस वायरस से जूझ रहे हैं। इस तरह के आउटब्रेक में लाखों सुअरो की मौत हो चुकी है । जिससे मांस और लाइव स्टॉक उत्पादन भारी मात्रा में प्रभावित हुआ है । सिंगापुर को कुल पोर्क कि लगभग 15 फ़ीसदी अपूर्ति रियाउ द्वीप से ही होती है।
क्या है अफ्रीकन स्वाइन फीवर
अफ्रीकन स्वाइन फीवर सूअरों में अत्यधिक विषाणुजनित और संक्रमण वायरस है । इससे संक्रमित सुअरो की मृत्यु दर 100 फ़ीसदी तक पहुंच जाती है। हालांकि यह वायरस इंसानों को संक्रमित नहीं करता। आपको यह बता दे कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर स्वाइन फ्लू नहीं है | एएसएफ और स्वाइन फ्लू दो अलग-अलग वायरस से होने वाले दो अलग-अलग इंफेक्शन है | वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ (WOAH) के मुताबिक, स्वाइन फ्लू के विपरीत अफ्रीकन स्वाइन फीवर मनुष्य के लिए खतरनाक नहीं है। लेकिन सूअरों के लिए काफी घातक है।
WOAH अधिकारियों के मुताबिक मनुष्य AFS से बीमार नहीं पड़ते लेकिन कैरियर हो सकते हैं ।मक्खियां दूषित चारा और परिवहन वाहन भी ASF को खेतों और पशुओं तक पहुंचा सकता है | WOAH ने चिंता जताई है कि एएसएफ हाल के वर्षों में धीरे-धीरे पोर्क मार्केट के लिए संकट बनता जा रहा है| यह न केवल पशुओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि जैवविविधता पर भी हानिकारक प्रभाव डालता है। अभी इस हानिकारक वाइरस के लिए कोई प्रभावित वैक्सीन भी नहीं मिली है। यह वायरस घरेलू और जंगली दोनों सूअरों को प्रभावित करते हुए एशिया , कैरेबियन, यूरोप और प्रशांत क्षेत्र के कई देशों में पहुंच गया है।