सुल्तानपुरी थाने के बाहर इंसाफ के लिए जुटी भीड़, आम आदमी पार्टी का उपराज्यपाल के आवास पर प्रदर्शन
अंजलि से दरिंदगी पर आक्रोश
आम आदमी पार्टी के नेता आतिशी, सौरभ और दुर्गेश पाठक सहित कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस स्थित राज निवास के बाहर एकत्रित होकर नारेबाजी की। इन्होंने एलजी के इस्तीफे की मांग भी की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि कंझावला में हमारी बहन के साथ जो हुआ, वह बेहद शर्मनाक है। हमें उम्मीद करता है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
दिल्ली के कंझावला में नए वर्ष की रात 20 साल की लड़की से हुई दरिंदगी पर सोमवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। भारी संख्या में स्थानीय लोग सुल्तानपुरी थाने के बाहर जुट गए और आरोपियों को जल्द सजा देने की मांग करने लगे। इस वजह से वहां पर लंबा जाम लग गया। और वहीं, आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल के आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन कर इस्तीफे की मांग की। उधर, भाजपा ने हत्या की धारा ३०२ में केस चलाने की मांग की है।
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में सोमवार को अंजलि का पोस्टमार्टम किया गया। सूत्रों ने बताया कि युवती को लंबी दूरी तक घसीटे जाने की वजह से उसके शरीर पर चोट के कई निशान आये थे। हड्डियां टूटी हुई, सिर पर भी चोट मिली है। त्वचा और कई अंग क्षत-विक्षत देखे गए।
घटना की निंदा उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, मेरा सिर शर्म से झुक गया। वहीं, मुख्यमंत्री ने इसे शर्मनाक बताया और कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। महिला आयोग की अध्यक्ष ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागरप्रीत हुड्डा ने कहा कि अब तक की जांच में यह सड़क हादसे का मामला लग रहा है। पीड़िता को गाड़ी के नीचे लगभग 12 किलोमीटर तक घसीटने की बात पता चली है। पांचों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड में लिया गया है। सोमवार को पुलिस ने इस घटना को लेकर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि दिल्ली के कंझावला इलाके में हुई घटना के आरोपियों में एक आदमी भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह सवाल किया कि इस घटना पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी खामोश क्यों हैं? सुप्रिया ने कहा, दरिंदगी का एक आरोपी मनोज मित्तल भाजपा का पदाधकिारी है।
दिल्ली के प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता ने एलजी को लिखे पत्र में कहा कि इस दुर्घटना पर एक ओर जो सख्त कार्रवाई आपने करने का आदेश दिया है और दूसरी ओर पीड़ित परिवार को जो सहायता की घोषणा की गई है, दोनों सराहनीय हैं। हालांकि यह कोई साधारण सड़क दुर्घटना का मामला नहीं लगता। इसलिए आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत कार्रवाई की मांगे की है।